कटनी। एमजीएम अस्पताल में बेसिक लाइफ सपोर्ट कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे कटनी जिले के तमाम चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ समेत आम नागरिकों ने भी भाग लिया और सीखा की किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, एक्सीडेंट, ब्रेन स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याएं होती है तो उन्हें सुरक्षित देखभाल करते हुए अस्पताल कैसे पहुंचना है।
व्याख्यान के दौरान डॉ पंकज गुप्ता ने बताया कि एक्सीडेंट में घायल गंभीर मरीजों की देखभाल रखते हुए चिकित्सा मदद लेनी चाहिए। व्याख्यान में एक डब्ल्यूएचओ ( वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन) की एक रिसर्च का हवाला देते हुए बताया की वर्ष 1990 से 2016 तक अमेरिका (यूएस) में हार्ट अटैक एवं स्ट्रोक जैसी बीमारी से होने वाले मृत्यु दर को 41 प्रतिशत कम हुआ वही भारत में हार्ट अटैक एवं स्ट्रोक मरीजों की मृत्यु दर 34 प्रतिशत बढ़ी है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की पत्रिका एल्सवियर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 115-209 मौतें प्रतिलाख आबादी के दर से हो रही हैं। जिसका प्रमुख कारण आम लोगों का जागरूक न होना, सही समय पर सही उपचार न मिल पाना इत्यादि कारण शामिल हैं। रिपोर्ट पर चिंता जाहिर करते हुए डॉ पंकज गुप्ता ने बताया कि हम लोगो को जागरूक करने के उद्देश्य से इस तरह की कार्यशाला का आयोजन चिकित्सा क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों समेत आम लोगों को भी कार्यशाला में शामिल किया है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की संस्था के सीपीआर इंस्ट्रक्टर डॉ दिनकर प्रकाश ने कार्यशाला में डेमोंस्ट्रेशन किया और लोगो को सीपीआर, बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में तकनिकी जानकारी से भी अवगत कराया। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक यह कार्यशाला लोगों में जागरूकता लाने की शुरुआत है आगे भी इस तरह की कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा।